NCERT 12th Geography Chapter 1. मानव भूगोल : प्रकृति एवं विषय क्षेत्र Notes in Hindi PDF Download. Manav Bhugol Prakriti evam Vishay Kshetra Notes in Hindi
Type : NCERT, CBSE, JCERT
Class : 12th
Subject : Geography
Chapter : 1. मानव भूगोल : प्रकृति एवं विषय क्षेत्र
Book : 1
Book Name : मानव भूगोल के मूल सिद्धांत
Content : NCERT Notes
NCERT Notes
मानव भूगोल : प्रकृति एवं विषय क्षेत्र
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Table of Content🔥
NCERT Notes
भूगोल ( Geography ) -🔥
➤ज्योग्राफी ( Geography ) का शाब्दिक अर्थ है पृथ्वी का वर्णन करना तथा उसके बदलते रूप का वर्णन करना होता है ।
➤भूगोल को ज्ञान की शाखाओं की जननी कहा जाता है ।
➤Geography शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम इरेटास्थनिज ने किया था।
➤भूगोल का पिता हीकेटियस को कहा जाता है।
➤आधुनिक मानव भूगोल का जनक - अलेकजेंडर वान हैंबोल्ट।
पुस्तक:-Anthropgeographies
भूगोल के शाखाएं -🔥
- भौतिक भूगोल
- मानव भूगोल
1. मानव भूगोल :-
➤मानव भूगोल भौतिक पर्यावरण और सामाजिक -सांस्कृतिक पर्यावरण के बीच अंतर - संबंध का अध्ययन करता है जो मानव द्वारा एक - दूसरे के साथ पारस्परिक संपर्क के माध्यम से बनाया जाता है ।
➤मानव भूगोल मनुष्य तथा उसके पर्यावरण के पारस्पारिक संबंधों का बोध कराता है ।
➤मानव भूगोल प्रकृति में अंतर - अनुशासनात्मक है और सामाजिक विज्ञानों में अन्य विषयों के साथ विशाल संबंध विकसित करता है ।
➤भूगोल की इस शाखा ( मानव भूगोल ) का अध्ययन 19 वीं शताब्दी के अंत में चार्ल्स डार्विन की पुस्तक ' Origin of Species ' के प्रकाशन के समय हुआ । लोगों की इस विषय में जिज्ञासा भी बढ़ी ।
➤मानव भूगोल के जन्मदाता :- फ्रेडरिक रैटजेल (जर्मन भूगोलवेत्ता)
मानव भूगोल की परिभाषा:-
➤रैटजेल:- " मानव को जीवित रहने के लिए वातावरण से सहयोग प्राप्त करना अनिवार्य है"।
➤ऐलेन चर्चिल सैप्पल:- "मानव भूगोल अस्थिर पृथ्वी तथा क्रियाशील मानव के बदलते रिश्तों का बोध कराता है"।
➤पॉल विडाल-डी-ला ब्लाश:- "हमारी पृथ्वी को नियंत्रित करने वाले भौतिक नियमों तथा इस पर रहने वाले जीवों के मध्य संबंधों के अधिक संश्लेषित ज्ञान से उत्पन्न संकल्पना।"
2.भौतिक भूगोल :-
➤भौतिक भूगोल (भौतिक भूगोल) भूगोल की एक प्रमुख शाखा है जिसमें पृथ्वी के भौतिक स्वरूप का अध्ययन किया जाता है।
➤यह धरातल पर अलग अलग जगह पायी जाने वाली भौतिक परिघटनाओं के वितरण की व्याख्या व अध्ययन करता है, साथ ही यह भूविज्ञान, मौसम विज्ञान, जंतु विज्ञान और रसायन विज्ञान से भी जुड़ा हुआ है।
➤ इसकी कई उपशाखाएँ हैं जो विविध भौतिक परिघटनाओं की विवेचना करती हैं।
मानव भूगोल के उपागम :🔥
1. अन्वेषण और वितरण
2. प्रादेशिक विश्लेषण
3. क्षेत्रीय विभेदन
4. स्थानिक संगठन
5. मानवतावादी, आमुलवादी और व्यावहारिक विचारधारा
6. उत्तर आधुनिकवाद
मानव भूगोल के क्षेत्र और उपक्षेत्र:-🔥
➤मानव भूगोल के क्षेत्र और उपक्षेत्र पृथ्वी की सतह पर मानव जीवन केसभी तत्वों के हर पहलू की व्याख्या करते है।
1.सामाजिक भूगोल:-
➤यह स्थान की सामाजिक परिघटनाओं का विश्लेषण करता है। निर्धनता, स्वास्थ्य, शिक्षा, जीवनयापन सामाजिक भूगोल के कुछ मुख्य क्षेत्र हैं।
(a). सांस्कृतिक भूगोल:- यह मानवीय संस्कृतियों की उत्पत्ति, संघटकों और प्रभावों की चर्चा करता है।
(b). ऐतिहासिक भूगोल :- भौगोलिक परिघटनाओं का स्थानिक व कालिक अध्ययन ऐतिहासिक भूगोल के अन्तर्गत किया जाता है।
(c). संस्कृतिक भूगोल:- यह मानवीय संस्कृतियों की उत्पत्ति, संघटकों और प्रभावों की चर्चा करता है।
2.नगरीय भूगोल:-
➤यह मानव भूगोल की एक शाखा हैं जिसके अन्तर्गत शहरों एवं नगरों का अध्ययन, उनकी उत्पति, स्थिति, कार्यात्मक प्रतिरुप, विकास आदि को ध्यान में रखकर किया जाता है।
3.राजनीतिक भूगोल:-
➤यह स्थानिक सन्दर्भ में राजनीतिक परिघटनाओं का अध्ययन करता है। इसका मुख्य उद्देश्य राजनीतिक व प्रशासनिक प्रदेशों के उद्भव व रूपान्तरण की व्याख्या करना है।
4.जनसंख्या भूगोल:-
➤यह जनसंख्या के विविध पक्षों जैसे जनसंख्या वितरण, घनत्व, संघटन, प्रजनन क्षमता, मर्त्यता, प्रवास आदि का अध्ययन करता है।
5.अधिवास भूगोल:-
➤यह ग्रामीण/नगरीय अधिवासों के आकार, वितरण, प्रकार्य, पदानुक्रम और अधिवास व्यवस्था से सम्बंधित अन्य आधारों का अध्ययन करता है।
(a). ग्रामीण भूगोल:- जिसमें ग्रामीण बस्तियों का अध्ययन किया जाता है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था और भूमि उपयोग का भी अध्ययन किया जाता है।
(b). नगरीय भूगोल:- इसके अन्तर्गत नगरों की स्थिति, उनका विकास तथा विभिन्न प्रकार के क्षेत्रों का अध्ययन किया जाता है।
6.आर्थिक भूगोल:-
➤यह स्थानीय, प्रादेशिक, राष्ट्रीय और विश्व स्तर पर आर्थिक गतिविधियों की अवस्थिति व वितरण का अध्ययन करता है। आर्थिक भूगोल का अध्ययन निम्न बिन्दुओं के अन्तर्गत किया जा सकता हैः संसाधन भूगोल, कृषि भूगोल, औद्योगिक व परिवहन भूगोल।